Russia Ukraine War : पुतिन की धमकियों के बीच रूस में युद्ध विरोधी प्रदर्शन जारी, 4500 रशियन सैनिक मार गिराए |
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Rus News : रूस में मास्को से साइबेरिया तक युद्ध विरोधी कार्यकर्ताओं ने रविवार को भी भारी प्रदर्शन किए। और आपको बता दू कि हमेशा हजारों प्रदर्शनकारियों की गिरफ्तारी के बावजूद यूक्रेन पर आक्रमण का विरोध नहीं रुक रहा है। वही यूक्रेन के समर्थन में ब्रिटेन में हजारों लोग सड़कों पर उतरे है और जर्मनी में लगभग 1 लाख लोगों ने यूक्रेन पर आक्रमण करने का विरोध किया। और तो और रूसी प्रदर्शनकारियों ने भी धरना दिया और 'युद्ध नहीं' के नारे लगाए यानि युद्ध रुकने का नारा लगाया। और रूस में गुरुवार से शुरू हुए इस प्रदर्शन के बाद से रोज गिरफ्तारियां होती नजर आ रही हैं। ANI के मुताबिक, ओवीडी-इन्फो मानीटर ने कहा है कि तीन दिन में पूरे देश में लगभग 4000 लोग को गिरफ्तार किए जा चुके हैं। वही INS के मुताबिक, रूस के 4000 हजार से ज्यादा विज्ञानियों एवं पत्रकारों ने यूक्रेन पर आक्रमण की निंदा कि और एक खुले पत्र पर हस्ताक्षर भी किए गए हैं।
ब्रिटेन में भी हुआ विरोध
ब्रिटेन के काफी जगह में यूक्रेन पर आक्रमण के विरोध में हजारों प्रदर्शनकारियों ने रैलियां निकाल कर विरोध किया | और वही लंदन में रूसी दूतावास पर प्रदर्शनकारियों ने अंडे फेंके। इसके अलावा लंदन के डाउनिंग स्ट्रीट, मैनचेस्टर और एडिनबर्ग में भी प्रदर्शन हुए। जर्मनी के बर्लिन में लगभग 1 लाख लोग यूक्रेन पर आक्रमण के विरोध में सड़कों पर उतर गए । यह जानकारी पुलिस ने दिया और कहा कि प्रदर्शन के लिए बड़ी भीड़ जमा हो गई। मध्य बर्लिन में ब्रैंडेनबर्ग के नजदीक यूक्रेन की जनता के समर्थन में लोग जमा हुए है |
रूसी टैंक को नागरिक ने रोका
रूसी टैंक को यूक्त्रेनी नागरिक ने रोका है | वीडियो वायरल हुआ है | यूक्रेन पर हमला करने वाले रूसी सैनिकों को भी भारी विरोध का सामना करना पड़ा है। क्योंकि यूक्रेनी नागरिक रूसी टैंकों का रास्ता रोक रहे हैं। इंटरनेट मीडिया पर इसके वीडियो खूब वायरल हो रहे हैं। यूक्रेनी नागरिकों के इस विरोध को देखते हुए 3 दशक पहले के चीन के तियानमेन चौक की याद को ताजा कर दी है। 5 जून, 1989 को चीन की कम्युनिस्ट सरकार ने लोकतंत्र की मांग को लेकर तियानमेन चौक पर जमा हुए छात्रों पर टैंक चढ़वा दिया था जिसमें बताया जा रहा था कि कई छात्रों की मौत हो गई थी। तब एक फोटो सामने आया था जिसमे एक निहत्था व्यक्ति टैंक के सामने खड़ा दिखाई दे रहा था। कुछ वैसा ही हुआ कीव और यूक्रेन के अन्य शहरों में | एक फोटो में एक नागरिक रूसी टैंक के सामने खड़ा नजर आ रहा है | और उसे आगे बढ़ने से रोकता दिख रहा है। ठीक इसी तरह के 1 व्यक्ति कतार में आ रहे है और रूसी टैंकों को रोकने की कोशिश करता दिख रहा है।
राष्ट्रपति पुतिन के आदेश के बाद बढ़ा यूक्रेन पर न्यूक्लियर अटैक का खतरा :
रूस और यूक्रेन के बीच की यह लड़ाई एक खतरनाक मोड़ पर पहुंच चुकी है। यूक्रेन पर लगातार परमाणु आटेक का संकट भी मंडराता नजर आ रहा है । ऐसा इसलिए है क्योंकि आप जानते होंगे रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेन पर परमाणु अटेक के लिए अपनी फोज को तैयार रहने का निर्देश जारी कर दिया है । AFP के मुताबिक उन्होंने इसके लिए अपने रक्षा मंत्री और डिफेंफ चीफ को निर्देश दे दिया है। इस आदेश में उन्होंने डिफेंस चीफ को न्यूक्लियर फोर्स को हाई अलर्ट पर रखने का निर्देश दे दिया है। इसके अलावा उन्होंने पश्चिमी देशों पर रूस के खिलाफ लिए गए फैसलों के लिए भी आरोप लगाए हैं। और बता दें कि रूस विश्व में एक ऐसा देश है जिसके पास सबसे अधिक परमाणु हथियार बताए जा रहे हैं ।
AFP ने फेडरेशन आफ अमेरिकन साइटिस्ट के हवाले से जारी बयान में बताया जा रहा है कि परमाणु हथियार रखने वाले 9 देशों में रूस के पास सबसे ज्यादा परमाणु हथियार हैं। इसके मुताबिक रूस के पास लगभग 5977 परमाणु हथियार हैं जबकि वीटो पॉवर अमेरिका के पास कुल 5428 परमाणु हथियार हैं। वहीं इस लिस्ट में 3 नंबर पर शामिल चीन के पास लगभग 350 परमाणु हथियार ही हैं। इसके बाद 4 नंबर पर फ्रांस का नंबर आता है जिसके पास कुल 290 परमाणु हथियार मोजूद हैं। 5 नंबर पर शामिल ब्रिटेन के पास भी लगभग 225 न्यूक्लियर वैपंस मौजूद हैं। 6 नंबर पर शामिल पाकिस्तान के पास 165 और 7 नंबर पर शामिल भारत के पास 160 परमाणु हथियार हैं। इसके बाद इजराइल के पास 90 और उत्तर कोरिया के पास करीब 20 परमाणु हथियार मौजूद बताये जा रहे है |
साथियों इस प्रकार परमाणु हथियार इन देशों के पास है
रूस-यूक्रेनी युद्ध : एक युद्ध चल रहा है जिसमें मुख्य रूप से रूस, बेलारूस और एक तरफ रूसी समर्थक सेनाएं शामिल हैं, और दूसरी तरफ यूक्रेन कि सेना शामिल है । क्रीमिया की स्थिति और डोनबास के कुछ हिस्सों पर केंद्रित यूरोमैडन के मद्देनजर फरवरी 2014 में सशस्त्र संघर्ष शुरू हुआ था और अब यह फिर से शुरू हो गया है, जिन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यूक्रेन के हिस्से को रूस में मान्यता प्राप्त है। जिसको को लेकर युद्ध जारी हुआ है |
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